रविवार, 27 फरवरी को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी पहुंचे थे। वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम पहुंचकर उन्होंने पूजा-अर्चना की। इसके बाद एक जनसभा में भाजपा के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के समय हमारी मृत्यु की कामना भी की गई थी। पीएम मोदी की काशी में हुई जनसभा में खाली पड़ी कुसियों का वीडियो शेयर कर सोशल मीडिया पर लोगों ने तंज कसा है।
पूर्व आईएएस ने वीडियो शेयर कर कसा तंज: पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने ट्विटर पर पीएम मोदी की सभा का एक वीडियो शेयर करते हुए तंज कसा है। वीडियो में पीएम मोदी की आवाज सुनाई दे रही है। साथ ही सामने खाली पड़ी कुर्सियां भी दिखाई दे रही है। वीडियो शेयर करते हुए पूर्व आईएएस ने लिखा कि “भीड़ का महाप्रलय काशी में। आवाज जानी पहचानी है,सुन तो लो।”
पत्रकार दीपक शर्मा ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि ”कुर्सियां भले ही खाली हों पर मंच से आवाज तो जानी पहचानी लग रही है!” अब आम लोग भी इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लालजीत यादव नाम के यूजर ने लिखा कि “यही हाल है इनका पूरे प्रदेश में, इनकी सभा मे इनका झूठ सुनने अब कोई नहीं जा रहा है। जनता समझ चुकी है। किसी को एक बार झूठ बोल कर बहकाया जा सकता है लेकिन बार-बार नहीं..।”
यश कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “अभी तो ऑपरेशन गंगा के नाम पर वोट मांगा जाने लगा है, थोड़ी सी चूक हो गई नहीं तो, साहब डांट देते तो रूस युद्ध विराम करके साहब से गिड़गिड़ाने लगता।” तानिर रजा नाम के यूजर ने लिखा कि “बनारस में इनके कार्यकर्ता इनको सुनने नही जा रहे हैं, वोटर की तो बात छोड़िए।” संजय वर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि “आयोजक का क्या होगा मैं तो यही सोच कर परेशान हूं।”
डा. प्रवीण सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि “यह बूथ कार्यकर्ता मीटिंग है, कोई पब्लिक मीटिंग नहीं है। पीछे की कुर्सियां देखकर क्यों भ्रमित हो रहे हैं। आगे की कुर्सियां देखकर मिर्गी आ जायेगी।” श्रवण राम जाखड़ नाम के यूजर ने लिखा कि “साहब सभी जगह कुर्सियों का रंग लाल ही क्यों है? कहीं ये लाल रंग दैखकर साड़ बिदक ना जाय।”
बता दें कि वाराणसी सहित आजमगढ़ गाजीपुर, मऊ, जौनपुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र जिले में सात मार्च को मतदान होना है। अंतिम चरण होने की वजह से सभी पार्टियां प्रचार करने में पूरी ताकत झोंक रही हैं।