Kumar Vishwas: कवि विश्वास कुमार सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। ऐसे में सामाजिक मुद्दों पर अक्सर अपनी बेबाक राय रखते नजर आते हैं। इस बार विश्वास कुमार ने सरकार पर निशाना साधते हुए एक पोस्ट किया। पोस्ट में कुमार विश्वास लोगों से अपील भी करते दिख रहे हैं कि सभी को खुद अपना ख्याल रखना चाहिए इस प्रकोप से खुद बचना चाहिए।
कुमार विश्वास एक ट्वीट कर बिफरते हुए कहते हैं- ‘हर नेता को पता है कि अगले चुनाव तक लोग सब भूल जाएंगे। वे फिर जाति-धर्म-मुफ़्तख़ोरी और झूठे वादों पर वोट देंगे। दवाई, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कोई विधायक तो नहीं हैं ना जिसे ख़रीद कर सरकारें बचायी जा सके।आप सब ख़ुद जागिए। ख़ुद को इस प्रकोप से भरसक दूर रखिए।आप सब के लिए प्रार्थना, हे ईश्वर।
दरअसल, कुमार विश्वास के इस पोस्ट के साथ एक लिंक शेयर किया गया था जिसमें बिहार के एक अस्पताल में एक रोती बिलखती पत्नी नजर आ रही है। पटना के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल (NMCH अस्पताल) से ये तस्वीरें सामने आईं। मामला था कि यहां स्वास्थ मंत्री मंगल पांडे के स्वागत में सभी डॉक्टर्स लगे हुए थे। तो वहीं अस्पताल के गेट पर एक पूर्व जवान ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।
हर नेता को पता है कि अगले चुनाव तक लोग सब भूल जाएँगे।वे फिर जाति-धर्म-मुफ़्तख़ोरी और झूठे वादों पर वोट देंगे।दवाई,वेंटिलेटर,ऑक्सीजन कोई विधायक तो नहीं हैं ना जिसे ख़रीद कर सरकारें बचायी जा सके।आप सब ख़ुद जागिए।ख़ुद को इस प्रकोप से भरसक दूर रखिए।आप सब के लिए प्रार्थना,हे ईश्वर https://t.co/eezql82kX3
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 14, 2021
इस वीडियो को देख कर ढेरों लोगों के गुस्से से भरे रिएक्शन सामने आने लगे। एक यूजर ने लिखा- नेताओं को शर्म नहीं आती। कोरोना से चारों तरफ हाहाकार मचा है, लोग मर रहे हैं और ये रैलियां कर रहे हैं! इनके चमचे उतनी ही बेशर्मी से इन्हें डिफेंड भी कर रहे हैं। कोई अपनी प्रिय सरकारों से नहीं पूछ रहा कि सेकंड वेव के लिए कितनी और क्या तैयारियां की गई थीं।
अनिल त्रिपाठी नाम के शख्स ने लिखा- सरकार ने देश की जनता को गत वर्ष 3 महीने का ट्यूशन दिया और समझाया था कि कोरोना वायरस से कैसे बचा जा सकता है, लेकिन जनता सरकार द्वारा दिए गए ट्यूशन का लाभ नहीं उठा पाई। बिहार के स्वस्थ मंत्री एवं स्वस्थ विभाग की संवेदनहीनता अक्षम्य हैं।
सरिता नाम की यूजर ने लिखा- भइया! आखिर किसे चुना जाए, बिहार में 1990 का दौर भी देखा है और वर्तमान भी देख रहे हैं। बिहार में स्वास्थ्य सेवा इतनी बदहाल है कि आप अंदाजा नहीं लगा सकते कि वाकई इस राज्य को कैसी सरकार की जरूत्त है। प्राइवेट में लूट और सरकारी में लापरवाही से तंग आ चुके हैं।

