ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त का कहना है कि जो भी भारतीय सेना के साथ बदतमीजी करता है उसे गोली मार देनी चाहिए। उन्होंने यह बयान हाल ही में जम्मू कश्मीर में उपचुनाव के बाद ईवीएम लेकर जा रहे सीआरपीएफ जवान से बदसलूकी और मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद दिया है। दत्त ने समाचार एजेंसी एएनआर्इ से बातचीत में कहा, ”जो कुछ भी हुआ वह गलत है। हमारे सीआरपीएफ के जवान का अपमान हुआ। उन पर बुरी तरह हमला किया गया और उनका हेलमेट भी सड़क पर फेंक दिया गया। एक युवक के हमारे जवान को मारते हुए देखना भारत के लिए काफी अपमानजनक है। यह काफी दुखद है। जो भी देश के खिलाफ जाता है या हमारे सैनिकों से दुर्व्यवहार करता है उसे गोली मार देनी चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, ”सुरक्षाबलों को इस तरह के तत्वों का सामना करने के लिए पूरी छूट दी जानी चाहिए नहीं तो यह नहीं रूकने वाला।” बता दें योगेश्वर दत्त पहले भी सेना के समर्थन में ट्वीट कर चुके हैं। उन्होंने शनिवार (15 अप्रैल) को तीन ट्वीट कर सेना के पक्ष में आवाज बुलंद की थी। उन्होंने सेना की जीप के आगे बांधे गए युवक के वीडियो पर लिखा था, ”बाढ़ से बचाओ,फिर पत्थर खाओ तब तक कुछ लोगो को परेशानी नहीं है अब जब सेना ने मारा नहीं बस हाथ-पैर बाँध दिए तो चिंताजनक स्थिति हो गयी। #Shame”
दूसरे ट्वीट में लिखा, ”जो लोग पूछ रहे है की कौन कितनी बार कश्मीर गया है तो बता दूँ , AC room में बैठ कर सनसनी नही फैलाते, हरियाणा के हर घर से एक सेना मे जाता है।” फिर आगे कहा, ”जब ऐसी स्थिति देखते है तो पड़ोस के बचपन के साथियों के लिए मन ख़राब होता है।देश के सम्मान बचाते हुए अपना मानमर्दन हो रहा है। #shame”
योगेश्वर दत्त के अलावा गौतम गंभीर ने भी सीआरपीएफ जवान के साथ बदसलूकी वाले वीडियो पर कहा था कि जिनको आजादी चाहिए वे यहां से चले जाएं। गंभीर ने ट्वीट में लिखा था, ” मेरी सेना के जवान को पड़ने वाले हर थप्पड़ के बदले कम से कम 100 जिहादियों को मारो। जिसको भी आजादी चाहिए वह अभी छोड़कर चला जाए। कश्मीर हमारा है।” वीरेंद्र सहवाग ने भी इसी तरह की बात कही थी। उन्होंने लिखा था, ”यह अस्वीकार्य है। हमारे सीआरपीएफ के जवानों के साथ यह नहीं कर सकते। इसे रोकना होगा। बदतमीजी की हद है।”

