प्रज्ञानंद ने रैपिड फॉर्मेट में पहले भी कार्लसन को मात दे चुके हैं लेकिन यह पहला मौका है जब उन्होंने क्लासिकल फॉर्मेट में इस दिग्गज खिलाड़ी को मात दी। प्रज्ञानंद भारत के चौथे ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने कार्लसन को क्लासिकल फॉर्मेट में मात दी है। कार्लसन को उन्हीं के घर पर मात देकर भारतीय खिलाड़ी ने टूर्नामेंट में पहला स्थान हासिल कर लीड ले ली है। वहीं कार्लसन छह खिलाड़ियों के टूर्नामेंट में पांचवें स्थान पर फिसल गए हैं।

सफेद पीस के साथ खेले प्रज्ञानंद

भारतीय ग्रैंडमास्टर इस मैच में सफेद पीस के साथ खेले थे। उन्होंने तीसरे राउंड के आखिर में 9 में से 5.5 अंक हासिल कर लिए हैं। यह दोनों खिलाड़ी पिछले साल हुए फीडे वर्ल्ड कप में भी इसी फॉर्मेट में आमने-सामने थे जहां कार्लसन ने भारतीय खिलाड़ी को मात दी थी।

नॉर्वे टूर्नामेंट में भाई-बहन का कमाल

नॉर्वे चेस टूर्नामेंट इस खेल का सबसे बड़े टूर्नामेंट्स में शामिल यहां। यहां महिला और पुरुष वर्ग में केवल छह-छह खिलाड़ी ही हिस्सा लेते हैं। इस टूर्नामेंट के विजेता को एक करोड़ 33 लाख रुपए दिए जाते हैं। तीसरे राउंड के बाद पुरुष वर्ग में प्रज्ञानंद और महिला वर्ग में उनकी बहन और महिला ग्रैंडमास्टर वैशली पहले स्थान पर हैं। उन्होंने हमवतन कोनेरू हंपी को मात देकर पहला स्थान हासिल किया था। इसके बाद उन्होंने ग्रैंडमास्टर एना मुजचुक के साथ ड्रॉ खेलकर अपनी लीड कायम रखी।

प्रज्ञानंद ने मैच के बाद कहा कि वह कार्लसन की ओपनिंग देखकर चौके नहीं। उन्हें एहसास हो गया था कि कार्लसन फाइट करना चाहते हैं वरना वह कोई मजबूत ओपनिंग करते। भारतीय खिलाड़ी भी इसके लिए तैयार था और उन्होंने ओपनिंग के अनुसार अपना मैच बदल दिया।