स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के सर्वे में पूर्वी दिल्ली नगर निगम को नीचे से दूसरे पायदान पर रखा गया है। 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में पूर्वी दिल्ली नगर निगम 47 स्थानीय निकायों में 46 वें स्थान पर रखा गया है। यह सर्वे केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने कराया है। इसके परिणाम केंद्रीय स्वच्छता मंत्री हरदीप सिंह पुरी द्वारा गुरुवार को घोषित किए गए।
इस सर्वे में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद 382 शहरों में तीसरे स्थान पर रही। 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में इसका सर्वेक्षण किया गया है। छावनी बोर्डों में, दिल्ली कैंट ने सर्वेक्षण में भाग लेने वाले 62 छावनियों में से दूसरा स्थान हासिल किया। सर्वे सूची में दस लाख से ऊपर की आबादी वाले शहरों में उत्तरी निगम को 43, दक्षिणी निगम को 31 और पूर्वी निगम को 46वां स्थान प्राप्त हुआ है।
एसडीएमसी के स्वच्छ भारत मिशन के नोडल अधिकारी राजीव कुमार जैन ने कहा, “इस बार, 10 लाख से अधिक और 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों को द्विभाजित किया गया था, जिसके चलते दिल्ली काफी पीछे दिखाई दे रहा है। लेकिन ओवरऑल लिस्ट देखि जाये तो हम 429 शहरी स्थानीय निकायों में से 120 पर हैं।
पिछले साल भी दिल्ली का प्रदर्शन शर्मनाक रहा था। पिछले साल 425 स्थानीय निकायों में से एसडीएमसी 138 वें स्थान पर, नॉर्थ एमसीडी 282 पर और ईडीएमसी 240 वे स्थान पर थे। पिछले वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में दिल्ली कैंट को पहला स्थान हासिल हुआ था। यही नहीं पिछले दो वर्षों से लगातार दिल्ली कैंट लगातार पहला स्थान पर काबिज था। इस बार पहले स्थान के लिए दिल्ली कैंट 26 नंबर से चूक गया। पहले स्थान पर जालंधर कैंट ने 3670 अंकों से बमढ़त बनाई है तो दिल्ली कैंट को 3647 अंक मिले हैं।
पूर्व दिल्ली सिविक बॉडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कचरे के पृथक्करण पर ध्यान देना होगा। नॉर्थ डीएमसी के मेयर जय प्रकाश ने कहा कि इस मुद्दे पर गौर करने के लिए एक बैठक बुलाई जाएगी और कचरे के पृथक्करण पर नए सिरे से जोर दिया जाएगा।

