जेल से रिहा होने के महीनों बाद सार्वजनिक जिंदगी से दूर चल रहे बॉलीवुड अभिनेता और 1993 के सिलसिलेवार बम विस्फोटों के दोषी संजय दत्त मुंबई में रविवार (1 मई) को महाराष्ट्र दिवस पर आयोजित भाजपा के एक कार्यक्रम में शामिल हुए जिसको लेकर राजनीतिक हलकों में कई लोग हैरान हैं। उपनगरीय इलाके डिंडोशी के एक कार्यक्रम में दत्त की उपस्थिति से विपक्षी कांग्रेस की भौहें तन गईं। एक समय 56 वर्षीय अभिनेता का परिवार कांग्रेस से निकट से जुड़ा रहा है।
दत्त को कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए भाजपा में खामी ढूंढते हुए कांग्रेस के एक स्थानीय नेता ने कहा, ‘‘यह देशविरोध का अनूठा मामला है जो भगवा दल के लिए नया नहीं है।’’ मुंबई कांग्रेस के प्रवक्ता निजामुद्दीन रईन ने कहा, ‘‘इसमें कुछ भी अनोखा नहीं है। इस तरह के तत्वों को संरक्षण देना और लेना पार्टी के डीएनए में शामिल है। एक दिन यह होना था।’’
डिंडोशी का कार्यक्रम भाजपा की युवा शाखा के नेता मोहित कम्बोज ने आयोजित किया था जहां दत्त और अन्य मौजूद थे और उन्होंने स्थानीय निवासियों से अपील की कि आगामी विधानसभा चुनाव में वे कम्बोज को चुनें। हालांकि पुणे के यरवदा जेल में सजा काटने के दौरान दत्त को बार-बार पैरोल और फर्लो मिलने का भाजपा में कई लोग विरोध करते रहे थे।
महाराष्ट्र की परंपरागत नारंगी ‘पगड़ी’ पहने दत्त ने ‘फिल्मी’ स्टाइल में लोगों से अपील की कि उनके मित्र कंबोज के लिए वे कुछ भी करेंगे। शिवसेना के नेता और मुम्बई के पूर्व महापौर सुनील प्रभु ने कहा, ‘‘अगर वे (भाजपा नेता) महाराष्ट्र से वास्तव में प्यार करते तो कार्यक्रम में उन्होंने दत को आमंत्रित करने के बारे में सोचा भी नहीं होता।’’ प्रभु ने 2014 के विधानसभा चुनाव में कम्बोज को पराजित किया था।