May 23, 2025

माओवादी और नक्सलवादी में अंतर, कैसे हुई शुरुआत?

Vivek Yadav

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 27 नक्सली मारे गए हैं। ये सारे खूंखार नक्सली थे

इसमें खूंखार नक्सली केशव राव उर्फ बसवराजू भी शामिल था जो भाकपा (माओवादी) का महासचिव था।

नक्सलवादी और माओवादी में अंतर

ऐसे में आइए जानते हैं नक्सलवादी और माओवादी में क्या अतंर है और कहां ये शब्द आए?

नक्सलवाद कहां से आया

नक्सलवाद पश्चिम बंगाल के जमींदारों के खिलाफ किसानों के आंदोलन से जुड़ा है जिसकी शुरुआत 1960 के दशक में बंगला के दार्जिलिंग जिले के एक गांव नक्सलबाड़ी से हुई।

किसने की थी शुरुआत

नक्सलबाड़ी में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता चारू मजूमदार ने कानू सान्याल के साथ मिलकर सत्ता में बड़े बैठे लोगों और जमींदारों के खिलाफ किसान विद्रोह की अगुआई की थी।

इन राज्यों तक फैला आंदोलन

नक्सलबाड़ी से निकला ये आंदोलन बिहार और झारखंड तक फैल गया। फिर ओडिशा, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र भी पहुंचा। इससे जुड़ने वाले गरीब और भूमिहीन किसाने थे जो अपनी मांग को लेकर अड़े थे।

इन्हें कहा गया नक्सली

इसी आंदोलन को नक्सलवादी आंदोलन कहा गया और जो भी इस आंदोलन से जुड़े उन्हें नक्सली कहा जाने लगा।

माओवाद कहां से आया

माओवाद की बात करें तो ये चीनी क्रांतीकारी नेता माओत्से तुंग की विचारधारा से जुड़ा है। ये हिंसा का समर्थन करते हैं। इसकी भी जड़ें नक्सलवाद आंदोलन से जुड़ी है।

दरअसल, 1967 में नक्सलबाड़ी के विद्रोह के बाद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) में विभाजन हुआ। एक गुट ने माओवादी विचारधारा का समर्थन किया।

भारत में कैसे आया

भारत में माओवादी विचारधारा को बढ़ावा को लेकर कहा जाता है कि साल 1962 में चीन से युद्ध के बाद मिला।

इन राज्यों तक फैला आंदोलन

नक्सलबाड़ी से निकला ये आंदोलन बिहार और झारखंड तक फैल गया। इसके बाद ओडिशा, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में भी ये पहुंचे। इस आंदोलन के हिस्सा हनने वाले गरीब और भूमिहीन किसाने थे जो अपनी मांग को लेकर अड़े थे।

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